भाग्य चमकाने के सुगम उपाय
माना कि हर संभव कार्य के लिए कर्म की प्रधानता होती है, लेकिन भाग्य का साथ मिलने पर ही इसे एक सकारात्मक दिशा दी जा सकती है। किसी भी व्यक्ति का भाग्योदय अगर उसकी जन्म कुंडली के अनुसार ग्रहों की दिशा और दशा के अनुरूप होता है, तो उस पर धूल जमे या अस्पष्ट भाग्य को कुछ सरल उपायों से चमकाया भी जा सकता है। आईए एक नजर डालते हैं कुछ वैसे उपायों पर, जो वैदिक अनुष्ठानों, तंत्र-मंत्र की साधनाओं या ज्योतिषीय विश्लेषण के अनुसार सामान्य टोटके से संभव है।
- मछली को आटाः धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न कर किस्मत के बंद ताले को खोला जा सकता है, कारण रुपये पैसे की तंगी से भाग्य पर नकारात्मक भाव की धूल जम जाती है। इसे हटाने के लिए किसी तालाब, झील या नदी में मछलियों को प्रतिदिन आटे की गोलियां खिलाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं। इस अचूक उपाय को तब तक करना चाहिए, जबतक भाग्योदय का एहसास नहीं हो जाए। अर्थात आकस्मिक धनलाभ या तरक्की मिलने के परिणाम भाग्य का दर्शा सकते हैं।
- हथेलियों के दर्शनः प्रत्येक व्यक्ति की दोनों हथेलियों में किस्मत की अद्भुत रेखाएं होती हैं। प्रतिदिन प्रातः उठने के बाद सबसे पहले अपनी दोनों हथेलियों को कुछ क्षण के लिए दर्शन करना चाहिए। उसके बाद अपने चेहरे पर हाथ फिरते हुए ईश्वर का स्मरण करना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार हथेली के ऊपरी हिस्से में लक्ष्मी, मध्य मं सरस्वती और नीचे के हिस्से अर्थात मणीबंध में भगवान विष्णु का स्थान होता है। हथेलियों के दर्शन मात्र से भाग्योदय के तीनों देवी-देवता का स्वतः स्मरण हो जाता है। इसके साथ ही इस मंत्र का जाप करें। मंत्र हैः- कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती, करमूले तू गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्।
- पीपल में पानीः प्रतिदिन स्नान आदि के बाद पीपल के पेड़ में एक लोटा पानी डालने से भाग्योदय सुनिश्चित है। धर्मिक मान्यता के अनुसार पीपल में भगवान विष्णु का वास होता है। यदि प्रतिदिन भगवान विष्णु को प्रसन्न कृपादृष्टि बनाए रखना है, तो इसके लिए यह उपाय बहुत ही सहज-सरल और शुभ फलदायी है।
- गौ को रोटीः गाय को वैदिक ग्रंथों में गौ माता बताया गया है तथा यह हमारे लिए ईश्वरीय वरदान की तरह हैं। यह मान्यता सदियों से चली आ रही है कि हमें प्रतिदिन अपने लिए बनाए जाने वाले भोजन में एक हिस्सा गौ या दूसरे मवेशियों-पशुओं के लिए भी होने चाहिए। प्रतिदिन गौ को एक-दो रोटियां खिलाने से न केवल भाग्य चमकता है, बल्कि सभी तरह की मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं।
- घर में प्रवेशः घर से बाहर निकलना अगर कार्य शुभारंभ की उम्मीदों से जुड़ा होता है, तो घर मं प्रवेश उसी कार्य की उपलब्धियों को दर्शाता है। इसलिए जब भी घर में प्रवेश करें तो खाली हाथ कभी नहीं आएं। कुछ न कुछ खाने या दूसरे छोटे-मोटे सामान अवश्य लेकर आएं। यह आने वाले दिन के लिए शुभाशा का संकेत सबित होगा।
- चीटियों को चीनीः चीटियों के स्वाभाविक क्रिया-कलाप यदि सभी को चैंकाती हैं तो उसका परिश्रमी होना हैरत में डाल देती है। ऐसे में चीटियों को चीनी, आटा आदि खिलाकर उनसे ग्रहण की गई प्रेरणा की मूल्य अदायगी हो जाती है और आत्मसंतोष के साथ आत्मविश्वस प्रबल होता है। यह पाप कर्मों के खात्म होने और पुण्य कर्म के उदय होने का प्रतीक है, जो भाग्य को प्रभावित करता है।
- आशीर्वादः घर मंे बड़े-बुजुर्ग या माता-पिता की प्रेरणा, करूणा और शुभकामनाएं हमेशा बनी रहे, इसक लिए किसी भी महत्वूर्ण कार्य से घर से निकलते समय उनका चरण-स्पर्श अवश्य करें। ऐसा करने से अगर अप्रत्यक्ष तौर पर देवी-देवताओं की आराधना हो जाती है तथा विपरीत असर वाले ग्रहों के अनुकूलता प्रदान करने जैसे भाग्योदय करते हैं।
- ताले से रूठी किस्मत को मनानाः यदि आपकी किस्मत रूठ गई है या मनमुताबिक सफलताएं नहीं मिल पर रही है तो शुक्रवार के दिन लोहे का एक बंद ताला खरीद लाएं। उसके सही होने की जांच-परख खुद करें। उसी रात को उसे एक डब्बे में रखकर अपने सोने वाले कमरे में बिस्तर के पास रख दें। अगले रोज यानि शनिवार की सुबह स्नान के बाद ताले को बिना खोले किसी मंदिर में रख दें और उल्टे पैर अपने घर आ जाएं। यह टोटका आपकी बंद यानि रूठी किस्मत का ताला खोल देगा।
- सूर्य देव की पूजाः प्रातःकाल स्नान के बाद भगवान सूर्य देव की पूजा करने के लिए तांबे के लोटे में फूलों के साथ सूर्य देव को तीन बार जल अर्पित करें। ऐसा करने से मन में एकाग्रता आएगी और लक्ष्य प्राप्त की ओर बढ़ने में कोई बाधा नहीं आएगी। महसूस होगा जैसे सबकुछ आपकी अच्छी किस्मत से हो रहा है।
- दुर्भाग्य बनाम भाग्यः यदि आपको लगता है कि आपका दुर्भाग्य या संकट, विपदा आदि साथ नहीं छोड़ रहा है तो केले के पत्तं पर एक नींबू, सात मिर्च, सात लड्डू, दो बाती, दो लौंगी और दो इलायची रखकर उसे रात के बारह बजे किसी चैराहे पर रख दें। उसके सामने अपने इष्टदेव से प्रार्थना करें कि आपके ऊपर दुर्भाग्य का साया हमेशा के लिए हट जाए। ऐसा करने के चंद दिनों बाद ही आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे।
- देवी-देवताओं का श्रृंगारः सच्चे मन से घर में बने मंदिर या पास के मंदिर में जाकर देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करने से भी भाग्योदय हो सकता है। इसी के साथ प्रतिदिन ताजे फूलों सभी भगवान की तस्वीरों या मूर्तियों का श्रृंगार करें।
- साफ-सफाईः घर-द्वार या कार्यक्षेत्र में साफ-सफाई बनी रहने पर भी किस्मत में चमक बनी रहती है। इसके लिए प्रतिदिन प्रातःकाल में ही कमरे का झाड़ू-पोछे के साथ सफाई करनी चाहिए। ऐस कर मां लक्ष्मी को प्रसन्न किया जा सकता है। इससे पैसे की कमी नहीं होती है या फिर अनावश्यक आर्थिक नुकसान नहीं हो पाता है।
- काला धागाः कई बार किसी की बुरी नजर लगने से किस्मत पर ग्रहण लग जाता है। इसे दूर करने के लिए मंगलवार को किया जाने वाला उपाय महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इस दिन काला धागा लेकर हनुमान के मंदिर में जाएं। धागे में नौ गांठ बांध लें और भगवान के चरणों में सिंदूर के साथ सच्चे मन और श्रद्धा से रख दें। उसके बाद उस धागे को अपने साथ घर ले आएं। उसे अपनी तिजोरी या पैसे रखने के बटुए या अन्य स्थान में सुरक्षित रख लें। उस धागे को घर के दरवाजे पर भी टांगा जा सकते हैं। मंदिर में धागा अर्पित करने के बाद हनुमान चालिसा का भी पाठ करें।
- रोटी के चार टुकड़ेः यदि आप बदकिस्मती के शिकार हो चुके हैं तो इसे दूर करने के लिए जब भी घर मं रोटी बने तो पहली रोटी के चार बराबर टुकड़े कर लें। सभी पर कुछ मिठी सामग्री- खीर, चीनी या गुड़ रखें। एक टुकड़ा पहले गाय को, दूसरा काले कुत्ते को, तीसरा कौओं को खाने के लिए दे दें और चैथा किसी चैराहे पर रख दें। ऐसा कुछ दिनों तक करने से आपकी किस्मत में अद्भुत बदलाव आएगा।